दुर्गा माता की जय

पैरों में ही तेरी माता;
हे सारा संसार अपना..
कायम है तेरे लिए यहाँ;
खुसियाली, धर्म, दया, क्षमा..

आखों में खुशियों के आसूं आजाते;
देखते ही तेरे मूरत को..
खुशिओं से बौछार होजाता ये संसार;
देखके तेरे सुरत को..

शरत के आगमन से ही;
दुनिया में हुआ खुशियों का बौछार…
तेरे दर्शन का सौभाग्य मिला;
हुआ ये जन्म साकार..

अंधकार दुरीभूत हो;
सत्य का हो बिजय..
दुर्गा पूजा के इस अबसर पर;
बोलो दुर्गा माता की जय…